

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। 2012 के निर्भया मामले से मिलते-जुलते इन विरोध प्रदर्शनों में एकता को देखते हुए, बड़े सेलेब्स और एथलीट भी इस मुद्दे पर अपना गुस्सा जाहिर करने में शामिल हो गए हैं। ताजा घटनाक्रम में, पश्चिम बंगाल की तीन प्रमुख थिएटर और फिल्म हस्तियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है और राज्य सरकार द्वारा उन्हें दिए गए सम्मान वापस करने की घोषणा की है।
इन अभिनेताओं ने अपने पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है
‘बारीवाली’ जैसी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मों की अभिनेत्री सुदीप्ता चक्रवर्ती, थिएटर कलाकार बिप्लब बंदोपाध्याय और अभिनेता चंदन सेन ने मंगलवार को पुरस्कार लौटाने की घोषणा की। बता दें कि सुदीप्ता को वर्ष 2013 में ममता बनर्जी सरकार द्वारा विशेष फिल्म पुरस्कार दिया गया था। सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सचिव को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा, “राज्य की मौजूदा स्थिति और हमारे एक सम्मानित विधायक कंचन मलिक द्वारा 1 सितंबर को की गई संबंधित टिप्पणियों को ध्यान में रखते हुए, मैं अपना प्रमाण पत्र और मुझे दिया गया सम्मान वापस करना चाहती हूं। मैं सड़क पर खड़े होकर कानूनी और सामाजिक न्याय की अपनी मांग को जारी रखना चाहती हूं।” अभिनेत्री ने आगे कहा कि उन्हें प्रमाण पत्र के साथ 25,000 रुपये की राशि दी गई थी और वह जानना चाहती हैं कि वह किस तरह से राशि वापस कर सकती हैं।
बिप्लब बंद्योपाध्याय ने यह कहा
इससे पहले बंगाली थिएटर कलाकार बिप्लब बंद्योपाध्याय ने घोषणा की थी कि वे पश्चिम बंग नाट्य अकादमी द्वारा इस साल की शुरुआत में उन्हें दिए गए पुरस्कार और 30,000 रुपये की आर्थिक सहायता वापस करने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और पुलिस इस मामले में तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि आरजी कर की घटना के बाद वे राज्य द्वारा स्थापित कोई भी पुरस्कार नहीं रख सकते।
चंदन सेन भी लौटाएंगे पुरस्कार
आरजी कर मामले से निपटने के राज्य के तरीके पर सवाल उठाते हुए अभिनेता चंदन सेन ने भी घोषणा की कि वह नाट्य अकादमी द्वारा स्थापित ‘दीनबंधु मित्र पुरस्कार’ लौटा रहे हैं। अभिनेता ने कहा, “मैंने पहले ही सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के सचिव को एक मेल भेजकर पुरस्कार राशि लौटाने की इच्छा व्यक्त की है।”
यह जघन्य अपराध 9 अगस्त को हुआ था।
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार रूम में ऑन-ड्यूटी पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था। इसके बाद पुलिस ने संजय रॉय नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर अब इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। इसके अलावा, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है।
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