अखिलेश यादव ने समर्थन जताया, कहा, ‘जनआंदोलनों ने बेलगाम सरकार पर लगाम लगाई’ – इंडिया टीवी


समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को समुदाय आधारित आरक्षण को लेकर कुछ समूहों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को अपना समर्थन देते हुए कहा कि “जन आंदोलनों” से “बेलगाम सरकार” पर लगाम लगती है। यूपी के पूर्व सीएम ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया। उन्होंने हिंदी में पोस्ट किया, “आरक्षण की रक्षा के लिए जन आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। यह शोषितों और वंचितों में नई चेतना पैदा करेगा और आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ के खिलाफ जनशक्ति का कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन एक लोकतांत्रिक अधिकार है।”
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा, “बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने पहले ही चेतावनी दी थी कि संविधान तभी कारगर होगा जब उसे लागू करने वालों की नीयत सही होगी। जब सत्ता में बैठी सरकारें धोखाधड़ी, घोटाले और घपलों के जरिए संविधान और उसके द्वारा दिए गए अधिकारों के साथ छेड़छाड़ करेंगी, तो जनता को सड़कों पर उतरना पड़ेगा। जनांदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।”
उल्लेखनीय है कि देश भर के इक्कीस संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संवैधानिक पीठ के उस आदेश के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया है, जिसमें एससी और एसटी श्रेणियों में उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश ने एससी और एसटी कोटे में ओबीसी श्रेणी की तरह क्रीमी लेयर की शुरुआत का रास्ता साफ कर दिया है। संगठनों ने इस फैसले का विरोध किया और कहा कि इससे आरक्षण के मूल सिद्धांतों को नुकसान पहुंचेगा।