

कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामला: पश्चिम बंगाल के एक सरकारी अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या ने पूरे देश में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। इस भयावह घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, जिसके कारण निंदा की जा रही है और न्याय की मांग की जा रही है। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, अपराध के लिए गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी का सीसीटीवी फुटेज अब सामने आया है। आरजी कर अस्पताल में कैद फुटेज में आरोपी संजय रॉय 9 अगस्त की रात को कथित तौर पर जघन्य कृत्य करने से कुछ घंटे पहले अस्पताल में प्रवेश करते हुए दिखाई दे रहा है। यह इस तरह के निर्णायक दृश्य साक्ष्य का पहला उदाहरण है, जो सीधे तौर पर आरोपी को अपराध से जोड़ता है।
रात करीब डेढ़ बजे के सीसीटीवी फुटेज में वह सेमिनार हॉल के पास अपने गले में ब्लूटूथ डिवाइस लटकाए हुए दिखाई दे रहा है। रॉय के गले में बंधी ब्लूटूथ डिवाइस ने उसकी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई। यही ब्लूटूथ डिवाइस बाद में अपराध स्थल से बरामद की गई। जब जांचकर्ताओं ने इसे रॉय के मोबाइल फोन से जोड़ा तो यह आसानी से कनेक्ट हो गई, जिससे उसके मालिक की पुष्टि हो गई। अस्पताल से सीसीटीवी फुटेज और बरामद ब्लूटूथ डिवाइस के आधार पर कोलकाता पुलिस ने रॉय को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
सीसीटीवी फुटेज का स्क्रीनशॉट यहां है:
संजय रॉय कौन हैं?
इस बीच, कोलकाता की एक विशेष अदालत ने संजय रॉय पर पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी। 33 वर्षीय रॉय 2019 में एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुए। पुलिस ने आरोप लगाया है कि उन्होंने कम से कम चार बार शादी की थी और एक जाने-माने “महिलावादी” थे। आरोपी, जो एक प्रशिक्षित मुक्केबाज है, पिछले कुछ वर्षों में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के करीब आ गया, जिसके बाद उसे कोलकाता पुलिस कल्याण बोर्ड में स्थानांतरित कर दिया गया और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पुलिस चौकी पर तैनात किया गया। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) रॉय की डीएनए और मनोविश्लेषण रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है, जो इसकी जांच को आगे की दिशा देगी।
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामला
गौरतलब है कि 9 अगस्त को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। बाद में, कोलकाता के सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में 32 वर्षीय महिला का अर्धनग्न शव मिला। अगले दिन अपराध के सिलसिले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का आदेश दिया।
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