

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मंडी की सांसद कंगना रनौत की किसान आंदोलन पर की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि “शर्मनाक किसान विरोधी” टिप्पणियां पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब के साथ-साथ पूरे देश के किसानों का “घोर अपमान” हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी उनकी टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की। खड़गे ने कहा कि यह “शर्मनाक और बेहद निंदनीय किसान विरोधी विचारधारा मोदी सरकार का डीएनए है।”
कांग्रेस ने कहा कि अगर भाजपा रनौत की टिप्पणियों से असहमत है तो उसे उन्हें पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए।
मंडी की सांसद ने हिंदी दैनिक के साथ अपने साक्षात्कार की एक क्लिप पोस्ट की जिसमें उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सरकार द्वारा कड़े कदम नहीं उठाए गए होते तो भारत में “बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा हो सकती थी। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शव लटक रहे थे और बलात्कार हो रहे थे। अभिनेता से नेता बनीं इस अभिनेत्री ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के पीछे “साजिश” में चीन और अमेरिका की संलिप्तता का आरोप लगाया।
गांधी ने एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में कहा, ‘‘किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही मोदी सरकार का प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में लगा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि 378 दिनों के संघर्ष में अपने 700 लोगों की कुर्बानी देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का प्रतिनिधि कहना पार्टी की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है।
गांधी ने कहा, “ये शर्मनाक किसान विरोधी टिप्पणियां पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब के साथ-साथ पूरे देश के किसानों का घोर अपमान है, जिसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन वापस लेने के समय बनाई गई सरकारी कमेटी अभी तक ठंडे बस्ते में है, एमएसपी पर सरकार आज तक अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पाई है, शहीद किसानों के परिवारों को कोई राहत नहीं दी गई है और ऊपर से उनका चरित्र हनन लगातार जारी है।
गांधी ने कहा, “अन्नदाताओं का अनादर करके और उनकी गरिमा पर हमला करके मोदी सरकार द्वारा किसानों के साथ किया गया विश्वासघात नहीं छिपाया जा सकता।”
उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी और भाजपा चाहे कितनी भी साजिश कर लें, भारत यह सुनिश्चित करेगा कि किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी मिले।”
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने भी इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया, “प्रधानमंत्री मोदी ने खुद संसद में किसानों को ‘आंदोलनजीवी’ और ‘परजीवी’ कहकर उनका अपमान किया है। उन्होंने संसद में शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखने से भी इनकार कर दिया।”
खड़गे ने कहा, “मोदी जी ने एमएसपी पर समिति बनाने और किसानों की आय दोगुनी करने का भी झूठा वादा किया था। जब मोदी जी खुद ये सब कर सकते हैं तो देश उनके समर्थकों से शहीद किसानों का अपमान करने के अलावा और क्या उम्मीद कर सकता है!”
उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय किसान विरोधी विचारधारा मोदी सरकार का डीएनए है।”
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)