
विवादित जमीन पर फिर शुरू हुआ काम, फिर पुलिस की पहल पर हुआ बंद!
पूरे प्रखंड में अवैध निर्माण कार्य पर लगे रोक -जिप सदस्य!
GIRIDIH : विवादित जमीन पर कुछ दिनों के लिए काम रोकना और फिर सब कुछ शांत देखकर काम शुरू करना यह भूमाफियाओं की आदत सी बन गई है। रुक रुक कर और छुप छुपकर कार्य कर एक दिन कार्य पूर्ण कर लिया जाता हैं।ऐसा ही मामला जमुआ प्रखंड के नायकडीह मौजा खाता संख्या 16प्लॉट संख्या 527गैरमजूरआ परती कदीम जमीन पर देखा जा रहा है। 7दिसंबर 024को उक्त जमीन पर कार्य को प्रशासन की पहल पर रोका गया था।बिना किसी लिखित आदेश प्राप्त किए उक्त जमीन पर बुधवार को कार्य शुरू किया गया।इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने जिप सदस्य विजय पांडेय , समाजसेवी एवं युवा नेता निर्भय राय की अगुवाई में खोरीमहुआ एस डी एम अनिमेष रंजन को आवेदन देकर अवैध निर्माण कार्य को रोकने की अपील किया है।उक्त जमीन पर अवैध कब्जा की कोशिशों के बीच ग्रामीणों ने 03दिसंबर 24को जमुआ के सी ओ को आवेदन दिया था।आवेदन के बावजूद कोई कार्रवाई न हुई तो सात दिसंबर को जमुआ अंचल कार्यालय के समक्ष ग्रामीणों ने धरना दिया तब अवैध निर्माण कार्य रोकने का आदेश जमुआ के सी ओ संजय पांडेय ने दिया।जांचोपरांत अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का आश्वासन भी ग्रामीणों को मिला था।लेकिन ध्वस्त नहीं किया गया।उल्टे कार्य शुरू करवा दिया गया।
आवेदन में कृष्णा देव,राज कुमार राय,अजीत यादव,अमित यादव,धीरज यादव,महेश यादव,सुरेश यादव,रोहित यादव,कामेश्वर यादव,रामेश्वर महतो,गोविंद यादव के हस्ताक्षर हैं।
एसडीएम के निर्देश पर जमुआ के सीओ ने कथित तौर पर कार्य स्थगन करवाया।इस बाबत जिप सदस्य विजय पांडेय ने कहा कि भूमाफियाओं को सरकारी जमीन हड़पने नहीं दिया जाएगा।इसके लिए आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
समाजसेवी एवं युवा नेता निर्भय राय ने कहा गैर मजरूआ जमीन चाहे खाता 16 का हो या खाता 38 का किसी माफिया को लूटने नहीं दिया जाएगा।इसके लिए विधानसभा में भी सवाल उठवाए जाएंगे।उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की पहल पर एसडीएम के निर्देश पर पुलिस द्वारा कार्य बंद करवाया गया लेकिन जबतक अवैध निर्माण ध्वस्त नहीं होते इनके हौसले पस्त नहीं होंगे।उन्होंने कहा शिव फिलिंग स्टेशन के सामने की परती जमीन पर भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि है।इसे हर हाल में सुरक्षित रखना है।कोई सरकारी निर्माण ही उक्त जमीन पर हो।लुटेरों को उक्त जमीन पर कब्जा करने किसी कीमत पर स्थानीय किसान,मजदूर और नौजवान नहीं देंगे।